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Showing posts with the label Hindi Poem

2020-2021 Flashback time!

 New Year is the time or day at which a new calendar year begins and the calendar's year count increments by one. Many cultures celebrate the event in some manner, and the 1st day of January is often marked as a national holiday. Here is a poem from me. 19-20 का फर्क दिखा गया, साल ये बड़ा अनोखा है। मेरी तरफ से यह पेशकश जिसमें पूरे साल का लेखा-जोखा है।। चौथी बार क्लीन सिटी का अवार्ड जीता शहर इंदौर CAA के आने से मच गया हल्ला चारों ओर। Bajaj ग्रुप के चेयरमैन थे तब राहुल बजाज खेलो इंडिया का तब उड़ीसा में हुआ शानदार आगाज।। T20 में 7 ओवर मेडन करा कर बने बुमराह The only bowler दिल्ली की गद्दी पर फिर बैठ गए the man with long Muffler। न्यूजीलैंड के क्लीन स्वीप से खुशी की दौड़ी खूब लहर कोरोना के पेशेंट की आ गई केरला से पहली खबर।। गली ब्वॉय को फिल्म फेयर तो जोकर को मिल गया ऑस्कर फाइनल अंडर-19 में बांग्लादेश से इंडिया टीम में रह गई थोड़ी कसर। 2 दिन के दौरे पर ट्रंप, स्वामी विवेकानंद से बन गए meme मैटेरियल WHO ने नाम दिया covid-19 जिससे नहीं था कोई फैमिलियर।। केरला, मुंबई ,बेंगलुरु से दिल्ली

ठंड पर कविता - सर्दी पर कविता - New Poem on Winter in Hindi

सर्दी पर कविता - ट्रेंडिंग ज्ञान कविता ठंड पर कविता - Hindi Poem on Winter    ठंड का सवेरा आया, ओश की चादर ओढ़े; कापती ठिठुरती ठंडी में, मिल रहें सब हाथ जोड़े। होत दुपरहरी खाना खा के, खुली आसमान में चादर ओढ़े, बात चीत कि आड में धूप शेक रहें थोड़े - थोड़े। अर्क तर्क का हुआ समापन, कड़क चाय के साथ मे; मां बोले ध्यान रख आपन, ठंड लगेंगे अभी और थोड़े! आलस भार रही इस छोटे दिन में शीत की रात बीत रही पैर मोड़ें। सर्दी पर हिंदी कविता ऋतु चाहे कोई सा भी हो, हर ऋतु का एक अलग ही मजा होता है। यह कविता शरद ऋतु पर निर्धारित है जिसमें मैंने सर्दी के मौसम के दिनों कि दिनचर्या को एक कविता के अंदर समाहित करने का कोशिश किया है। इस कविता में मैंने सर्दी के मौसम में सुबह, दोपहर, शाम और रात की कुछ खास पलों को एकत्रित किया है। ये अक्सर आपको भारत के गावों में देखने को मिलता है। यदि आप भारत से है तो कहीं न कहीं आप भी इसे खुद से रिलेट कर पा रहे होंगे।  ओश मतलब शीत, दुपहरी मतलब दोपहर का समय और अर्क मतलब सूर्य। ये कुछ शब्दार्थ जो कि आपको इस 14 लाइन की गाथा (कविता) को पढ़ने और समझने में मदद करेगा। आपको य

Hindi poem on Independence day

Independence day Poem in Hindi  Hello friends, finally we are on 💯 posts and on this independence day i have written a poem on this patriotic day. The day when new India emerged. After all you all know better about 15 August so, I move to the point which is Hindi poem on Independence day. Independence day Poem in Hindi यह है मेरे वतन की कहानी , मेरी खुद की ज़ुबानी, एकता जिसकी जान है , पर भिभिंता इसकी पहचान है। अरदास की आवाज के साथ जुड़ी हुई अज़ान है, यही श्मशान है तो यही कब्रिस्तान है, खुशनसीब है वो को बसा हिन्दुस्तान है।। कहकर खुद को भारतीय , होता है मुझे गर्व, मै उस देश का वासी हूं , जहां हर रोज़ होता है एक पर्व। भले ही मेरा भारत अब हो गया है इंडिया, पर आज भी यहां फूड़ते है माखन कि कई हांडिया। Hindi poem on Independence day पड़ोसी की जहां करते है खातिरदारी,  जो विरुद्ध इसके करते है साझेदारी। करके सर्जिकल स्ट्राइक एक को दिखाई उसकी औकात, दो दूसरे को दी थी मुक्केबाजी में हर की सौगात। जिसकी ताकत से ना कोई अब दूजा अनजान है, खुशनसीब है वो को बसा हिन्दुस्तान है।। करने में जिसको सबका विफल र

ख़ामोश हूं, निश्छल नहीं - हिंदी कविता | ट्रेंडिंग ज्ञान

 ख़ामोश हूं, निश्छल नहीं - हिंदी कविता | ट्रेंडिंग ज्ञान ख़ामोश हूं, निश्छल नहीं, कैसे मान लूं कोई हल नहीं। इस दुनियां के कारोबार में, ऐसा शख्स नहीं, जिसका काल नहीं। ना उठा हो फायदा लाचारी का, ऐसा कभी हुआ नहीं, दम तोड देती है दिलेरी। फिर क्या वे वापस उठे नहीं? तो सुनते हैं आगे की कुछ साकारात्मक पंक्तियां... उठें हैं वो, ख़ामोश हैं। पास उनके भी लफ़्ज़ों के कोष हैं। यूंही नहीं अनुचित को, मुनासिब वे दिखते नहीं। बीत जाती है जिंदगी उनकी, इस दिखावे के समाज में। बदलते रंग समाज के, गिरगिट भी अब शर्माता नहीं।  वो ख़ामोश है, निश्छल नहीं। ........... तो कैसी लगी ये छोटी सी कविता इसे लिखा है ट्रेंडिंग ज्ञान के लेखक ने, कुछ कविता ऐसी होती है जो दिखती तो सरल है, होती भी सरल हैं लेकिन कुछ गहराइयां अपने अंदर समेटे हुए रहती है। इस कविता में मैंने समाज के किसी एक वर्ग के मनुष्य उनके मानसिकता और उनके इमोशंस को समेट के कुछ पंक्तियों में समेटने का कोशिश किया गया है।  धन्यवाद Tags : हिंदी कविता, ख़ामोश हूं, ट्रेंडिंग ज्ञान कविता, Hindi Poem, Poem on Maasoomiyat, मासूम कविता, समाज पर कविता हिंदी में

हम अपने शरीर के बारे में ये ही नहीं जानते | Interesting Facts about the Human Body

हम अपने शरीर के बारे में ये ही नहीं जानते | Interesting Facts about the Human Body | मानव शरीर के रोमांचक रहस्य हिंदी में | शरीर से संम्बंधित रोचक तथ्य हिंदी में | Amazing Facts About the Human Body हम सब दुनिया भर का knowledge जानना चाहते हैं,लेकिन आज यार दुनिया को छोड़ो दुनिया गई तेल लेने। आज बात करेंगे हम खुद के बारे में हमारी खुद की बॉडी के बारे में, हम सब कितना कुछ जानते है । इस पोस्ट में यार ऐसी ही बात होगी बॉडी के कुछ ऐसे मजेदार facts के बारे में जो आप सबको नहीं पता होगा। तो यार इस पोस्ट को पूरे अंत तक पढ़ना अगर पसंद आए तो शेयर जरुर करना। शरीर से संम्बंधित रोचक तथ्य हिंदी में | Amazing Facts About the Human Body 👇👇👇👇 ® हम सब अपने पूरे जीवनकाल में 2 swimming pool जितना लार बना देते हैं,मै वहीं लार की बात कर रहा हूं जो आप खाने को पचाने में इस्तेमाल करते है। वहीं लार जो आपके favourite dish को देख के आ जाते है। ® हम सब शाम के मुकाबले सुबह में 1 cm ज्यादा लंबे होते  है और ये बात scientifically proved है।

Hindi Poem on School Life | School Wali Dosti

SCHOOL WALI DOSTI     (School ke  Din)  A poem By BaaMaa's Beta Yrr wo school ke din... Nhi rhta tha mai active unn dino... Lgta tha...stability to neutron me he h...so neutral rho... Meri seat fix hua kra tha...uss 2nd bench k kone me... Break me nikal jate the time... sirf uss schl ke bgal wali building niharne me... Pta nhi kyu! abb ye sub yaad aata h... Ek baat batata hu...pta h abb usse bhut miss krta hu... Uss lunch ko...jisne dosti ke gzb misal pes ke... Abb wo lunch ke kmi ho gyi h...jisme lunch kholte he khana gayab... Lunch ka owner... khole lunch ko drr drr ke...orr kamine dost log... loote usse hath bhar bhar ke.... Kbhi dekha nhi tha aisa chamatkaar jaha Roti hath lge na lge...dost le ke subjiyan ho jata faraar... Firr suru hoti uski business...jaha roti do orr thodi se subji lo...(yrr abb sada roti koi thode khata h) Agar apko sunane lgu lunch time k kisse... D

एक कविता नौकरी पर | Ek Kavita Naukari Per, Poem on Employment in Hindi

   Poem on Naukari   एक कवीता नौकरी पर बड़ी हसीन होगी तू ऐ! नौकरी सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं। सुख चैन खोकर चटाई पर सोकर सारी रात जगकर पन्ने पलटते हैं।📖 दिन मे तहरी और रात को मैगी आधे पेट ही खाकर तेरा नाम जपते हैं🎂  सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं। अंजान शहर में छोटा सस्ता रूम लेकर🏡 किचन,बेडरूम सब उसी में सहेज कर चाहत में तेरी अपने माँ-बाप और 👪 दोस्ती से दूर रहते हैं ।👫👬 राशन की गठरी सिर पे उठाए अपनी मायूसी और मजबूरियाँ खुद ही छुपाए खचाखच भरी ट्रेन में बिना🚅🚃🚃 टिकट के रिसक लेके आज सफर करते हैं।🚂🚃🚃 सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं। ईनटरनेट,अखबारों मे तुझको तलाशते📰📱 तेरे लिए पत्र पत्रिकाएँ पढ़ते-पढ़ते 💲 बत्तीस साल तक के जवान कुँवारे फिरते हैं।😔 तु कितनी हसीन है ऐ ! नौकरी 👈 सारे युवा आज तुझपे ही मरते हैं😡 ये पढ़े: Life-changing Success Mantra Best Picture For WhatsApp DP Long and Stylish Facebook Comments Please Stop Stubble Burning in Bihar CEIR - Lost Mobile Tracker Portal Interesting facts about the hum

How to create a FREE Blog in 2 min - Easy Guide for Beginners to Create a Blog

How to create a Blog in 2 min - Easy Guide for Beginners to Create a Blog in 2020 My free guide on this page will show you how to create a blog that is beautiful and functional, all in an easy step-by-step tutorial (with pictures). Hello Dear, You know you are reading a Blog...Of  BaaMaa's Beta . It is very much interesting to have a website of own,but in many case you have  to buy a domain for you website which is quite expensive.As its pack comes on the basis of month and year. But Dear,there is a way by which you can create your own website which is absolutely free!!! Get Ready and follow the given steps: NOTE:- You must have an email ID*. STEP 1. Open your internet browser. Kindly search or click   www.blogger.com . STEP 2. Blogger site will open like this. Now click on "CREATE YOUR BLOG". STEP 3. Now Kindly fillup your e-mail ID and Password. STEP 4. Here you have to confirm your profile. In profile op